बिलाईगढ़: खुरसुला के अगेश्वर पटेल एक बार फिर अपने परिवार के साथ अनिश्चित कालीनल भूख हड़ताड़ पर, कौन झूठ कौन सही…..

बिलाईगढ़। ब्लाक मुख्याल से महज 5 किलो मीटर दूर गांव खुरसुला में शासकीय भूमि पर बेजा कब्जा का मामला शांत होने के बजाय लगातार सुर्खियों में है। ऐसे तो अधिकारियों के माने तो ख़ुरसुला गांव की एक आबादी पूरे बेजा कब्जा में बसे है। शासकीय भूमि पर बड़े बड़े मकान बन चुके है। ऐसे में प्रशासन को कार्यवाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ख़ुरसुला गांव की अग्रेश्वर पटेल आए दिन भूख हड़ताड़ कर अधिकारियों पर दोषारोपण कर न्याय की गुहार लगाते दिखते है और भूख हड़ताड़ पर पूरे परिवार के साथ एसडीएम कार्यालय के सामने बैठे नजर आ चुके है। एक बार तो अग्रेश्वर ने कीटनाशक दवाई का सेवन भी कर लिया था और प्रशासन की सूझ बूझ से उसकी जान बच पाए थे।
अग्रेश्वर पटेल आज 4 दिसंबर से फिर न्याय की गुहार लेकर एसडीएम कार्यालय के सामने भूख हड़ताड़ पर बैठे है।
यह मामला अब जन चर्चा का विषय बना हुआ है कि अधिकारी सही है या अग्रेश्वर पटेल सही है । इस मामले में लागतार मीडिया ने अधिकारियों से चर्चा की तो अधिकारियों का कहना है कि वे नियमानुसार जो शिकायत हुआ था उसके हिसाब से उचित कार्यवाही उनके ओर से किया जा चुका है। और अग्रेश्वर की आरोप को झूठ बताए।
बाहर हाल अग्रेश्वर का आरोप है कि उसके कब्जा को अधिकारी लोग एकतरफा कार्यवाही कर हटा दिए है। और एक सरकारी कर्मचारी के द्वारा किए कब्जा की शिकायत पर राजस्व विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है।
•अग्रेश्वर पटेल की पूरी शिकायत की कापी एवं मांग नीचे इस पत्र में उल्लेख है:—
पिछली बार गांव वाले भी कही ना कही अग्रेश्वर पटेल की भूख हड़ताड़ से नाराज नजर आए थे। उस समय तहसीलदार और पुलिस की टीम ने गांव वालो को समझाई दी और अग्रेश्वर पटेल को उचित कार्यवाही की आश्वासन देकर भूख हड़ताड़ को बंद कराए थे।
आज फिर अग्रेश्वर पटेल अपने परिवार के साथ अनिश्चित कालीनल भूख हड़ताड़ पर है । अब देखने की आवश्यकता है , कि जिम्मेदार अधिकारी गण इस पर किस प्रकार से एक्शन लेते है या फिर मामला ऐसा ही चलता रहेगा। अब समय ही बता पाएगा।