बिलाईगढ़: सरकार बदला लेकिन समस्या वही का वहीं, 50प्रतिशत जुट बारदाने लाने की फरमान ने किसानों की निंद उड़ाई , सरकार की तैयारी को लेकर उठा रहे सवाल किसान…

बिलाईगढ़। सरकार बदला लेकिन किसान की समस्या वही के वही बना हुआ है, सभी किसानों को इस बार आसा था कि धान खरीदी केंद्र में बारदाने की कमी नही होगा कर के लेकिन पुराने सरकार की तरह इस सरकार में भी वही समस्या बना हुआ है। आपको बता दे कि बारदाने की कमी से किसान जूझ रहे है इसके फलस्वरूप अपना धान समय पर सोसाइटी में नहीं बेच पा रहे है। किसान इन दिनों बारदाने की कमी के कारण बहुत ज्यादा परेशान हैं। कुछ जगहों पर पहले ही खरीदी प्रभावित हो चुकी है, वहीं आगामी दिनों में यह समस्या और बढ़ने की बात कही जा रही है। किसानों से इस बार भी 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान की खरीदी किया जा रहा है।
इधर खरीदी शुरू होने के 10 दिनों के भीतर ही अधिकतर केंद्रों में पुराने बारदाने की भारी कमी हो गई है। अब तो मंडियों में धान लेकर पहुंचने वाले किसानों से 50 प्रतिशत बारदाना मंगाया जा रहा है। बारदाने की कमी से किसान टोकन लेने के बाद भी धान नहीं बेंच पा रहे हैं। बारदाने की कमी की वजह मिलर की हड़ताल है। बताया जा रहा है कि कस्टम मिलिंग में जो धान गया है वहां से बारदाने वापस सोसाइटी में आए हैं। वहीं 50% नए बारदाने में खरीदी होगी और 50% पुराने बारदाने में होनी है।
धान खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी की वजह से किसानों को हो रही समस्या को देखते हुए SR न्यूज़ ने धान खरीदी केंद्रों का जायजा लिया। जहां किसानों ने धान बेचने के लिए बारदाने दूर दूर से खरीदकर लाने की जानकारी दी। साथ ही बताया कि 30 रुपए से 40 रुपए तक कीमत के बारदाने खरीदकर धान बेच रहे।
वहीं किसानों से कहा गया है कि वह अपने बारदाने में धान को बेचे इसके बदले में प्रति बारदाना 25 रुपए दिए जाएंगे।
वही पुराने बारदाने की समस्या को देखते हुए कोचिए और दुकानदारों ने इसका अच्छा फायदा उठाने लगा है। बाजार में 30 से 40 रुपए तक का बारदाना बेचा जा रहा है क्योंकि बहुत से खरीदी केंद्रों में टोकन कटा चुके किसानों को धान बेचने खुद का 50 प्रतिशत बारदाना लेकर जाना अनिवार्य है। तब धान बिकेगा। पवनीं खरीदी केंद्र में खरीदी केंद्र और किसानों के पास पुराना बारदाना नहीं होने की बात बताई है।
किसानों ने आनन फानन में कोचियों और बाजार से उल्टे सीधे दाम पर बारदाना खरीद कर धान बेचने पहुंचे हैं_
इसका मुख्य कारण यह बताया गया है कि बीते 2 वर्ष का बारदाना का पैसा मिल के मालिकों को सरकार के द्वारा भुकतान नही किया गया है जिसके कारण मिल मालिक बारदाना नही दे रहे है वही सरकार के द्वारा किसानों कोयह कह दिया है कि वह अपने बारदाने में धान भरकर लाए। इसके कारण किसान बारदाना के लिए भटकते नजर आ रहे है।